भोपाल। फर्जी नाम से कोर्ट में न्यायाधीश व वकीलों के विरुद्ध पत्र भेजनें वाले रिटायर्ड आईएएस (वक्फ बोर्ड के पूर्व प्रशासक) निसार अहमद के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की है।

जानकारी के मुताबिक निसार अहमद ने कथित पत्र कुछ न्यायधीश को पोस्ट करवाया था। जिसमें प्रेषक के रूप में पता राजेश मेहरा अधिवक्ता बाग मुगालिया का लिखा हुआ था। इस कथित पत्र में कुछ न्यायाधीशगढ़ और भोपाल कोर्ट के कुछ वकीलों के खिलाफ अशोभनीय झूठे आरोप लगाए गए थे। निसार अहमद ने अपने पत्र में वकील और जज को जिहादी मानसिकता वाला होना करार दिया था। उन्होंने एक समुदाय विशेष के विरुद्ध लिखा था ताकि लोग निसार अहमद पर शक नहीं करें।

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जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जब इस कथित पत्र की जांच कराने के लिए क्राइम ब्रांच भोपाल को पत्र लिखा और अधिवक्ता तारिक सिद्दीकी ने भी क्राइम ब्रांच भोपाल में इस पत्र के आधार पर एफ आई आर दर्ज करने का आवेदन दिया जिसकी जांच क्राइम ब्रांच भोपाल ने की। जिस पर क्राइम ब्रांच ने निसार अहमद के विरुद्ध कूटरचना व ख्याति खराब करने का अपराध पंजीबद्ध किया।

क्यों किया निसार अहमद ने ऐसा

जांच में पता चला कि वकील तारीख सिद्दीकी ने निसार अहमद के पुत्र के भोपाल मल्टीसपेसिलिस्ट हॉस्पिटल में आयुष्मान घोटाले का प्रकरण कोर्ट में लगाया था। जिससे घबराकर निसार अहमद ने वकीलों व जज की प्रतिष्ठा खराब करने के लिए उसी न्यायालय में फर्जी बातें लिखकर दूसरे व्यक्ति के नाम से कई पत्र भेजे। गौरतलब है कि निसार अहमद पूर्व में जिला पंचायत खंडवा के सीईओ थे, तब भी उन पर सिमी के सरगना सफदर नागौरी से संबंध होने के आरोप लगे थे।