– मीडियाकर्मियों को अस्पताल की बिल्डिंग से 200 मीटर दूर रोका

हमीदिया स्थित कमला नेहरू अस्पताल में लगी आग शक के घेरे में आ गई है। दरअसल पूरी घटना के बाद परिजनों ने आरोप लगाया है कि हादसे से 5 मिनट पहले ही वार्ड की नर्स और वार्ड बॉय में काम को लेकर जमकर झगड़ा हुआ था। इसी दौरान दोनों ने एक दूसरे को धमकियां दी थीं। बस इस घटना के कुछ देर बाद बच्चा वार्ड के एसएनसीयू में धुंए का गुबार उठा और कुछ ही देर में आग लगने की घटना हो गई। वहीं प्रशासन पूरे मामले में मौतों के आंकड़े को भी छुपा रहा है। यही कारण है कि मौके की कवरेज को पहुंच रहे पत्रकारों और मीडिया कर्मियों को घटना स्थल से 200 मीटर दूर ही रोका जा रहा है। अस्पताल के आसपास बड़ी संख्या में प्राइवेट सिक्योरिटी को तैनात कर दिया गया है।

परिजनों को रात भर बाहर ही रोका गया
परिजनों का आरोप है कि रात में वॉर्ड बॉय और नर्स में हुए झगड़े के बाद ही यह घटना हुई है। इसलिए दोनों को पकड़कर कड़ी पूछताछ होना जरूरी है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद से ही परिजनों को भी अस्पताल में जाने नहीं दिया गया। अपने बच्चों के इंतजार में परिजन रात भर ठंड में ठिठुरते रहे। सुबह होते ही परिजनों ने बच्चों से मिलने की जिद पकड़ ली, लेकिन इस दौरान अस्पताल के सामने भारी संख्या में पुलिस और निजी सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया। सुबह 7.30 के बाद जब लोगों की सुरक्षाकर्मियों के साथ नोकझोंक होने लगी तो उन्हें अस्पताल के अंदर जाने दिया गया, लेकिन इस दौरान मीडिया कर्मियों को बाहर ही रोक दिया गया।

प्रशासन के अनुसार शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ हादसा
वहीं अस्पताल प्रशासन ने पूरे मामले में बिजली लाइन में शॉर्ट सर्किट के कारण हादसा होने की बात कही है। जांच के अनुसार शॉर्ट सर्किट से पीडियाट्रिक वेंटिलेटर ने आग पकड़ ली। जिसके बाद आग बच्चों के वॉर्मर तक पहुंच गई। इससे पूरे वार्ड में धुंआ भर गया और थोड़ी ही देर में चारों तरफ हाहाकार मच गया। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार हादसे में सात बच्चों की मौत की जानकारी सामने आई है। वहीं पूरे मामले में अब तक प्रशासन कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं है।