भोपाल। करीब छह माह से अधिक समय से घिसट रही मप्र वक्फ बोर्ड चुनाव की प्रक्रिया फिलहाल जल्दी किसी फैसले पर पहुंचती नजर नहीं आ रही है। इस गठन को लेकर लगातार बढ़ रही अदालती कार्यवाहियों ने एक इतिहास बना दिया है। करीब 9 याचिकाओं पर शुक्रवार को एक साथ सुनवाई होना है। साथ अदालत की अवमानना से जुड़े दो नोटिस पर भी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को इसी दिन जवाब पेश करना है। इधर लंबे समय से रुके पड़े बोर्ड के कामों की वजह से नाराज मुस्लिम समुदाय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल के कार्यालय का घेराव करने की तैयारी कर रहा है।
जबलपुर हाईकोर्ट में सुनवाई होना है
जानकारी के मुताबिक मप्र वक्फ बोर्ड की चुनाव प्रक्रिया को दायर विभिन्न याचिकाओं पर शुक्रवार को जबलपुर हाईकोर्ट में सुनवाई होना है। इस दौरान नियमानुसार बोर्ड चुनाव कराए जाने, नॉमिनेट किए गए सदस्यों की योग्यता, चयनित श्रेणी में एक सदस्य को नॉमिनेट कर दिए जाने के अलावा अलग अलग करीब 9 याचिकाओं पर सुनवाई होगी। सूत्रों का कहना है कि अदालत की अवमानना के घेरे में आए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को दो नोटिसों का जवाब भी इसी दिन देना है। इसके लिए विभाग अपने जवाब के साथ ओआईसी बनाए गए बोर्ड सीईओ सैयद शाकिर अली जाफरी को जबलपुर रवाना कर रहा है। सूत्रों का कहना है नॉमिनेट किए गए दोनों सदस्य भी अपने वकीलों के मार्फत अपनी योग्यता संबंधी प्रमाण अदालत में पेश करेंगे।
सदस्यों की फजीहत
हाथ आए लड्डू को मुंह तक न ले जा पाने की हालत से नॉमिनेट किए गए सदस्य गुजर रहे हैं। करीब छह माह से सदस्यता का तमगा लिए बैठे इन सदस्यों के आगामी राजनीतिक काम भी रुके हुए हैं। इनमें से एक सदस्य को भाजपा संगठन ने अध्यक्ष बनाने की तैयारी भी कर ली थी, ये कवायद भी अदालती मामलों की वजह से अटकी पड़ी है।
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इधर मंत्री घेराव की तैयारी
सूत्रों का कहना है कि वक्फ बोर्ड गठन प्रक्रिया के चलते बोर्ड में करीब छह माह से यहां के रूटीन काम रुके हुए हैं। कमेटी गठन, नवीनीकरण, किरायादारी, हस्तांतरण समेत कई कामों के रुके होने से मुस्लिम समुदाय और प्रदेशभर की कमेटियों से जुड़े लोगों में रोष पनप रहा है। बताया जा रहा है कि इस स्थिति से नाराज मुस्लिम संगठन अब अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल के कार्यालय का घेराव करने की तैयारी कर रहे हैं।