भोपाल। बजट सत्र के दौरान गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जीतू पटवारी और कुणाल चौधरी ने कांग्रेस सरकार गिरवाई है। वे कालापीपल से विधायक कुणाल चौधरी द्वारा पूछे गए सवाल पर चर्चा के दौरान बीच में आकर ये बोले। दरअसल, कुणाल ने पूछा था कि खाद्य मंत्री बताएं, 10 साल में विभाग में क्या घोटाले हुए, क्या कदम उठाए? चौधरी ने खाद्य विभाग से जुड़े और भी सवाल खाद्य मंत्री बिसाहूलाल से पूछे। जिसका जवाब मंत्री नहीं दे पाए तो नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब ये हमारे साथ मंत्री थे, तो धाराप्रवाह बोलते थे। बीजेपी में बोलती बंद हो गई। इस पर नरोत्तम मिश्रा बीच बोले कि इन्होंने (कुणाल चौधरी) और जीतू पटवारी ने कांग्रेस की सरकार गिरवाई है।

सदन में उछला महू मामला

मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के 9वें दिन की कार्यवाही शुरू होते ही महू में आदिवासी युवती की मौत का मुद्दा गूंजा। प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस ने सदन में इस मुद्दे पर एक बार फिर बहस छेड़ दी। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब देते हुए कहा कि शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि युवती की मौत करंट से हुई है। पुलिस ने भीड़ से बचने के लिए फायरिंग की। इसमें युवक की जान चली गई। मृतक के परिवार को 4 लाख रुपए दिए गए हैं।

राजस्व अधिकारी 20 मार्च से करेंगे हड़ताल, बैठक में लिया निर्णय

नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि पुलिस को कमर के नीचे गोली चलाने के निर्देश होते हैं, उसके सीने पर गोली मारी गई। पूर्व मंत्री और महेश्वर से विधायक विजयलक्ष्मी साधो बोलीं कि एफआईआर में 3 घंटे का गैप है। लाठीचार्ज कर सकते थे, सीधे गोली मार दी। गहमागहमी और हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में पहुंच गए। नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया।

क्या हुआ था महू में

महू में आदिवासी युवती की मौत के बाद बवाल हो गया। लोगों ने पुलिस चौकी पर पथराव किया। पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी कर दी। इस पूरे बवाल में बडगोंदा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर समेत 12 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। आईजी आर. गुप्ता कहा कि पुलिस ने सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई, जिसमें एक युवक की मौत हो गई। मामला महू के बडगोंदा थानाक्षेत्र का है।