भोपाल। राजधानी के देहात क्षेत्र में शादी का रिश्ता तोड़ने की बात को लेकर गुर्जर समाज के दो पक्षों में विवाद हो गया। जिसके चलते लड़के के पक्ष के लोगों ने मिलकर लड़की के पिता के टपरे में आग लगा दी और गेहूं की फसल काट कर खेत उजाड़ दिया। गुर्जर समाज में रिश्ता तोड़ने को लेकर जुर्माना वसूल करने की चली आ रही प्रथा को लेकर आगजनी और फसल खराब की गई। अब समाज की पंचायत बैठेगी और दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुनाएगी। हालांकि पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
थाना प्रभारी बीपी सिंह ने बताया कि ग्राम बडली निवासी सरजन सिंह गुर्जर(42) खेती-किसानी करते हैं। सोमवार को बैरसिया इलाके में रहने वाले इमरत सिंह गुर्जर और मालम सिंह गुर्जर ने उनके टपरे में आग लगा दी और खेत में खड़ी गेंहू की फसल को काट कर नुकसान पहुंचाया। इस मामले में पीड़ित ने एक शिकायत की थी। जिसकी जांच के बाद पुलिस ने आरोपी इमरत सिंह गुर्जर और मामल सिंह गुर्जर के खिलाफ आगजनी और फसल काटकर नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज किया है।
समाज की प्रथा बनी घटना की वजह-
थाना प्रभारी सिंह ने बताया कि दरअसल बैरसिया और नजीराबाद इलाके में रहने वाले गुर्जर समाज में एक प्रथा चली आ रही है। जिसके तहत अगर समाज में युवक-युवती के शादी का रिश्ता तय होता है और किन्हीं परिस्थितियों में अगर कोई एक पक्ष रिश्ता तोड़ देता है तो दूसरा पक्ष रिश्ता तोड़ने के एवज में हर्जाना वसूल करता है। लेकिन अगर उसे हर्जाना नहीं मिलता है तो वह दूसरे पक्ष से हर्जाना वसूल करने के लिए आगजनी, तोड़फोड़ और फसल को नुकसान पहुंचाने जैसी घटना को अजाम देते हैं। इसके बाद समाज की पंचायत में हर्जाना को लेकर सुनवाई होती है।
शादी की रस्मों के बीच फटा सिलेंडर, दूल्हे की मां, बहनों सहित पांच महिलाओं की मौत, 50 घायल
बेटी का रिश्ता तोड़ने पर हुई घटना-
ऐसा ही कुछ सरजन सिंह के साथ हुआ। सरजन सिंह ने एक साल पहले अपनी बेटी का रिश्ता आरोपी इमरत सिंह के साथ किया था। इस दौरान इमरत सिंह अपनी होने वाली बहू को नगदी और जेबरात चढ़ावे में दिए थे। लेकिन सरजन सिंह गुर्जर ने यह रिश्ता तोड़ दिया। इसी कारण चढ़ावे की नगदी और जेवरात वापस लेने और हर्जाना वसूल करने के लिए आरोपी इमरत सिंह गुर्जर और मालम सिंह गुर्जर ने घटना को अंजाम दिया। अब इस घटना के बाद गुर्जर समाज की पंचायत बैठेगी। जिसमें दोनों पक्षों को सुनने के बाद सजाम की पंचायल अपना फैसला सुनाएगी।