Crime News
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भोपाल। बिलखिरिया थाना क्षेत्र स्थित छावनी पठार में सोमवार सुबह एक युवक ने पत्नी की साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। करीब चार महीने पहले वह बिजली सुधारते समय खंबे से गिरकर घायल हो गया था। इससे उसके हाथ और पांव टूट गए थे। घटना के बाद से ही उसके शरीर में असहनीय दर्द बना रहता था। परिजनोंं ने पुलिस को बताया कि इसी से तंग आकर उसने जान दी है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है।

हेड कांस्टेबल राजकु मार पाठक ने बताया कि सुरजीत उर्फ लक्खा ठाकुर (45) छावनी पठार, बिलखिरिया में रहता था। वह प्राइवेट काम करता था, लेकिन करीब चार महीने पहले वह बिजली के खंभे पर मरम्मत कार्य करते समय गिर गया था। उसके दोनों पैर टूट चुके हैं और रीड की हड्डी में भी फैक्चर था। उसके हाथों में भी फ्रेक्चर आए थे। मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा तीन बच्चे हैं। खंभे से गिरने के कारण वह बेरोजगार हो गया था और बेड रेस्ट पर था।

परिजन ने कुछ दिन पहले ही उसका ऑपरेशन कराया था, लेकिन उसे आराम नहीं लगा। सुरजीत के पड़ोसी सचिन ने पुलिस को बताया कि सोमवार सुबह सुरजीत ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। सूचना के बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। परिजनों के डिटेल बयान अभी दर्ज नहीं किए सके हैं।

बड़े तालाब की सफाई का अभियान शुरु, रोज गाद और कचरा निकालने का काम

भोपाल। गर्मी की शुरुआत के साथ-साथ बड़े तालाब के पानी ने अपने किनारे छोड़ना शुरु कर दिए है इसके अलावा सिंघाडे की फसल भी खत्म हो गई है लिहाजा निगम के झील संरक्षण अमले ने इसकी सफाई पर फोकस करना शुरू कर दिया है। इसको लेकर प्रेमपुरा घाट से लेकर चिरायु तक के हिस्सों में काई और घास निकालने का काम शुरु किया गया है। निगम अमले द्वारा यहां छोटी मशीन के जरिए सफाई शुरु की है।

निगम अधिकारियों की मानें तो चिरायु के आसपास पानी में काई और अन्य जलीय वनस्पति जमा है जिसकी सफाई की जा रही है। इन दिनों एक जेसीबी और दो डंफर इसे उठाकर खाद बनाने के लिए प्लांट तक भेजा जा रहा है। फिलहाल पांच ट्रक काई निकाली जा रही है। अधिकारियों की मानें तो बड़ी मशीन की सुधार का काम तेजी से हो रहा है। दो-तीन में यह सुधरकर तैयार हो जाएगी इसके बाद इसे भी पानी की सफाई में लगाया जाएगा। अधिकारियों की मानें तो बड़े तालाब के अलावा अन्य जलाशयों की सफाई का अभियान भी चलाया जाएगा।

शाहपुरा, छोटा तालाब की भी होगी सफाई-

निगम के झील संरक्षण अमले की मानें तो फिलहाल छोटी मशीन से बड़े तालाब पर काम चल रहा है। जल्द ही छोटे तालाब में भी इस मशीन को उतारा जाएगा। दरअसल छोटे तालाब पर एसटीपी यानी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार होने के बाद इसके पानी की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। अब यहां सीधे नाले या सीवेज का पानी नहीं मिलता है बल्कि इसे ट्रीट करने के बाद पानी में छोड़ा जाता है।

अधिकािरयों की मानें तो एसटीपी बन जाने के बाद यहां के पानी से आनेवाली बदबू कम हो गई है और पानी में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ा है। इसी तरह शाहपुरा में भी सफाई का काम फिलहाल मेन्युअल चल रहा है लेकिन जल्द ही बड़ी मशीन के ठीक होने के बाद झील संरक्षण का अमला बड़े तालाब के अलावा अन्य तालाबों की सफाई करेगा।

इनका कहना है
बड़े तालाब में चिरायु हास्पिटल के आसपास गर्मी आने के बाद पानी कम होने लगा है साथ ही एक मशीन खराब थी जिसे सुधरवाया जा रहा है। जल्द ही यह मशीन पानी की सफाई का काम करेगी।
संतोष गुप्ता, सिटी इंजीनियर, नगर निगम, भोपाल