भोपाल। राजधानी भोपाल के दो वार्ड के कई इलाके पिछले दो दिन से अंधेरे में हैं। साढ़े 7 लाख रुपए बकाया होने पर बिजली कंपनी ने ट्रांसफार्मर उतार दिया। इस कारण वे लोग भी परेशान हैं, जो नियमित रूप से बिजली बिल जमा कर रहे थे। इसे लेकर रहवासी नाराज हैं और विरोध जता रहे हैं। इसके चलते कंपनी के अफसर-कर्मचारी अब डोर-टू-डोर कलेक्शन करने में जुटे हैं। ताकि, 50% बकाया राशि जमा हो सके औ ट्रांसफार्मर फिर से लगाया जा सके।
ट्रांसफार्मर से तार डालकर बिजली की चोरी
बता दें कि जहांगीराबाद इलाके में लगे ट्रांसफार्मर से सीधे तार डालकर बिजली की चोरी की जा रही थी। वहीं, अधिकांश उपभोक्ता बिल जमा नहीं कर रहे थे। इस कारण 7 लाख 45 हजार रुपए बकाया हो गया था। इस कारण 6 फरवरी को बिजली कंपनी ने ट्रांसफार्मर उतार दिया था। इसे लेकर जनप्रतिनिधियों ने विरोध भी जताया। उनका कहना था कि ट्रांसफार्मर उतारने से उन लोगों के घरों की बिजली भी बंद हो गई, जो नियमित रूप से बिल जमा कर रहे थे। बकायादारों पर कार्रवाई सही है, लेकिन ईमानदार उपभोक्ताओं को भी सजा देना गलत है। इसलिए बिल भरने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन जोड़े जाने चाहिए। हालांकि, कंपनी अफसर इस बात पर अड़े हैं कि ट्रांसफार्मर तभी लगाया जाएगा, जब आधी बकाया राशि जमा कर दी जाएगी। यही कारण है कि दो दिन से वार्ड-42 और 43 के कई इलाकों में अंधेरा पसरा हुआ है।
बिजली गुल, परेशान लोग
इलाके की बिजली गुल रहने से परेशान लोग विरोध भी जता रहे हैं। ईमानदार उपभोक्ताओं के साथ ऐसा बर्ताव ठीक नहीं है। वार्ड-43 के पार्षद प्रतिनिधि राजा जिंसी ने बताया कि ईमानदार उपभोक्ताओं के साथ बिजली कंपनी का ऐसा बर्ताव ठीक नहीं है। उन्हें क्यों सजा दी गई? कंपनी को आधी राशि चाहिए। इसके लिए हम भी प्रयास कर रहे हैं। कंपनी के अफसर-कर्मचारियों के साथ डोर-टू-डोर जा रहे हैं और लोगों से राशि जमा करने की बात कह रहे हैं। लगभग 40 प्रतिशत राशि जमा हो गई है।
शादी की रौनक भी फीकी
दोनों वार्डों में पांच-छह घरों में शादी का माहौल है, लेकिन बिजली नहीं होने से शादी की रौनक फिकी हो गई है। दुल्हन के हाथों में टॉर्च की रौशनी में ही मेहंदी लगाई जा रही है, तो शादी की तैयारी भी अंधेरे में ही हो रही है। जिंसी चौराहे के पास में रहने वाले आसिफ कुरैशी के छोटे भाई नोमान और भांगी हुरैन का मंगलवार को निकाह हुआ। आसिफ ने बताया कि टेम्प्रेरी व्यवस्था कर टॉर्च की रौशनी में ही रस्में की गईं।