भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) में कॉलेज के माध्यम से परीक्षा आवेदन करने और शुल्क जमा करने की व्यवस्था लागू हैं, लेकिन इसको लेकर कई निजी कॉलेज मनमानी कर रहे हैं। हालात यह हैं कि यह कॉलेज विश्वविद्यालय द्वारा तय शुल्क से ज्यादा वसूल रहे हैं। कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जहां नियमित, स्वाध्यायी और पूरक विद्यार्थियों से सामान्य शुल्क से 500 से 800 रूपए ज्यादा वसूला जा रहा है।
इसके लिए विद्यार्थियों को घंटो लाइन में लगकर पहले शुल्क जमा करनी पड़ रही है, वहीं उन्हे इसकी रसीद भी मुहैया नहीं कराई जा रही है। कुछ विद्यार्थियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि कॉलेज में जब रसीद की बात की जाती है, तो वहां मौजूद स्टॉफ आवेदन रोकने तक की बात कह देते हैं। ऐसे में विद्यार्थियों के पास कॉलेंजो द्वारा तय की मनमानी शुल्क जमा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है और वह परेशान होते रहते हैं। हालांकि कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जहां बीयू द्वारा तय शुल्क और नियमो के अनुसार परीक्षा शुल्क ली जा रही है।
प्रदेश के विश्वविद्यालयों में अलग-अलग व्यवस्थाएं –
जानकारों की माने तो फिलहाल प्रदेश के विश्वविद्यालयों में परीक्षा आवेदन भरने और शुल्क जमा करने की अलग-अलग व्यवस्थाएं हैं। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) सहित अन्य विवि में विद्यार्थी सीधे ऑनलाइन परीक्षा आवेदन और शुल्क जमा कर सकते हैं, यह शुल्क सीधे संबंधित विवि के पास पहुंचता है। हालांकि बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में कॉलेजों के माध्यम से परीक्षा आवेदन जमा करने की व्यवस्था है, लेकिन इस व्यवस्था कई निजी कॉलेज गलत फायदा उठा रहे हैं और शुल्क को लेकर मनमानी कर रहे हैं।
बीयू द्वारा जारी आदेश में शुल्क को लेकर स्पष्ट जानकारी दी जाती है, लेकिन कुछ कॉलेज उससे अधिक फीस विद्यार्थियों से जमा कराते हैं। यह शुल्क पहले कॉलेज के खाते पहुंचता है और फिर इस शुल्क में से आदेश अनुसार शुल्क बीयू को भेजा जाता है। ऐसे में जो अतिरिक्त शुल्क विद्यार्थी से लिया गया है, वह उक्त कॉलेज के पास ही रहता है।
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पूर्ण रूप से ऑनलाइन व्यवस्था से विद्यार्थियों को मिलेगी राहत –
शिक्षाविदें का कहना है कि अगर इस व्यवस्था में बदलाव करते हुए इसे पूर्ण रूप से ऑनलाइन कर दिया जाए तो विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही कॉलेजों की मनमानी भी खत्म हो जाएगी। विद्यार्थी खुद अथवा एमपी ऑनलाइन के माध्यम से सीधे निर्धारित शुल्क के साथ अपना परीक्षा आवेदन जमा कर सकेंगे और दस्तावेज भी ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। इससे विद्यार्थियों को सुविधा होने के साथ उनके समय की भी बचत होगी।
कुलपति का कहना है कि यह जानकारी हमारे संज्ञान में आई हैं। हम इसमें नियमानुसार कारवाई कर रहे हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को सुविधापूर्ण और पारदर्शी शिक्षा व्यवस्था मुहैया कराना हैं।