भोपाल। राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) कैम्पस में गुरुवार को एक मासूम बच्ची की पानी के टेंक में डूबने से मौत हो गई। हादसे के वक्त वह खाना खाने से पहले मां से हाथ धोने जाने का कहकर निकली थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
एसआई सुरेश सिंह ने बताया कि मूलत: झारखंड निवासी मनोज साठे अपनी पत्नी सविता और बेटी राधिका उर्फ खुशबू के साथ एम्स कैम्पस में बनी झुग्गी में रहता है। वह एम्स में चल रहे निर्माण कार्य में मजदूरी का काम करता है। कल सुबह वह अपने काम पर गया था। घर पर पत्नी व बेटी थी। करीब साढ़े दस बजे सविता ने बेटी राधिका से कहा कि खाना खा लो। इस पर राधिका ने कहा कि मैं हाथ धोकर आती हूं, इसके बाद खाना खाऊंगी।
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काफी देर तक जब राधिका वापस नहीं पहुंची तो सविता ने उसकी यहां-वहां तलाश शुरू कर दी। कुछ दूरी पर स्थित पानी के टेंक के पास उसकी एक चप्पल दिखाई दी। टेंक पर देखने पर राधिका पानी में डूबी हुई दिखाई दी। इस पर उसने एक युवक से मदद से राधिका को बाहर निकाला और बेहोशी की हालत में एम्स में भर्ती कराया। जहां पर कुछ घंटे बाद उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने सूचना मिलने पर मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
खाना बताने वक्त आग में झुलसी वृद्धा की मौत
भोपाल। हनुमानगंज थाना पुलिस के मुताबिक न्यू लेबर कॉलोनी निवासी कमला बाई पति मिश्री लाल(80) गृहणी थी। वह अपने भतीजे संदीप के साथ रहती थी। गुरुवार को संदीप किसी काम के सिलसिले में शहर से बाहर गया हुआ था। सुबह करीब साढ़े दस बजे वृद्धा गैस चूल्हे पर खाना बना रहीं थी। तभी आग लगने से वह करबी 70 फीसदी झुलस गई।
महिला की चीख पुकार सुनकर पड़ोसी ने उन्हें तुरंत हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर शाम करीब साढ़े चार बजे उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
CONCLUSION
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