Vidisha district : आज के युग में लोग जहां अपने गांव, शहर के मंदिर या देव स्थानों के तक पैदल जाने में आलस्य का अनुभव करते हैं। दूर की धार्मिक यात्राओं और तीर्थाटन पर जाने के लिए सुविधाजनक आवागमन के साधनों का उपयोग करने की सोचते हैं। वहीं उपनिषद् में कहे गए मंत्र को अपनी प्रार्थना बनाकर ग्राम पिपलधार, तहसील- शमशाबाद, जिला-विदिशा निवासी संत सतवीर सिंह यादव ने चराचर जगत के प्राणीमान के कल्याण लिए, राष्ट्र वैभवशाली हो, भारत को विश्व में गौरव और सम्मान प्राप्त हो, सम्पूर्ण विश्व में अमन और सुख शांति कायम हो, ऐसी विश्व कल्याण की कामना लेकर बिना एक कदम पैदल चले, साष्टांग दण्डवत करते हुये भारत के अलग-अलग तीर्थ क्षेत्रों की यात्रा पूर्ण करके अपने जीवन का धन्य बनाया है।
मप्र विधानसभा : बाघ-तेंदुए की मौत का मुद्दा गूंजा, तीन साल में 42 तेंदुए, 70 बाघ मारे गए
कर चुके इतनी यात्रा
- ग्राम पिपलधार से देवपुर धाम (सिरोंज) लगातार 21 दिन में यह दण्डवत यात्रा पूरी करके भगवान भोले नाथ का दर्शन करते हुए प्राणिमान के सुख के लिये प्रार्थना की।
- ग्राम पिपलधार से करीला धाम की दण्डवत यात्रा 31 दिन में पूरी कर माता जानकी के दर्शन।
- ग्राम पिपलधार से खैरखेड़ी धाम (ग्राम खजूरी शमशाबाद ) तक 5 दिन की दण्डवत यात्रा करते हुये महामाई माता एवं भैरों नाथ के दर्शन किए।
- ग्राम पिपलधार से प्रारंभ कर वृन्दावन, नंदगांव वरसाना, गोवर्धन पिरक्रमा, बलदाऊ जी आदि तीर्थ क्षेत्रों की दण्डवत यात्रा 119 दिन में पूरी करते हुए, बाके बिहारी, राधा रानी सरकार बलदाऊ जी ए गिरिराज जी के दर्शन किए।
- काशी विश्वनाथ के दर्शन हेतु 8 फरवरी 2019 को ग्राम पिपलधार से आरंभ कर मेहर, चित्र प्रयागराज नेमीसारय होते हुए 2 वर्ष 6 माह 19 दिन की यात्रा करते हुए 27 अगस्त 2021 को अयोध्या धाम पहुंच कर भगवान रामलला के दर्शन प्राप्त किए। अयोध्या धाम से अपनी यात्रा जारी रखते हुए 27 अप्रेल 2022 को काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का दर्शन कर 3 वर्ष 2 माह 19 दिन में पूरा किया।
- 8 दिसम्बर 2022 से ग्राम पिपलधार माता मंदिर से द्वारका गुजरात के लिए प्रस्थान या भोपाल, उज्जैन महाकालेश्वर, ओमकारेश्वर, नागेश्वर होते हुए गुजरात पहुंचे। यहां उन्होनें राष्ट्र की सुख एवं समृद्धि के लिए भगवान भोलेनाथ से कामना की।