MP Politics : चुनावी साल में मध्यप्रदेश की सियासत में जोड़-तोड़ का खेल भी शुरू हो गया है। भाजपा जहां अपने बागियों की घर वापसी कराने में लगी हुई है, वहीं कांग्रेस भी अपने बागी समर्थकों को मनाने में जुटी हुई है। बीते दिनों प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने आदिवासी नेताओं को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया। इधर, भाजपा भी चुनाव की रणनीति को लेकर कई बैठकें कर चुकी है। इस बीच आज प्रदेश के कटनी से बड़ी खबर आई है। कटनी की निर्दलीय मेयर प्रीति सूरी ने फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया है। जिसके बाद उन्होंने बीजेपी के दफ्तर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली।

तीन पार्षदों ने भी ली भाजपा की सदस्यता

कटनी की निर्दलीय महापौर प्रीति सूरी आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गईं। सूरी के साथ तीन अन्य निर्दलीय पार्षदों और कटनी के कई अन्य नेताओं ने भी राजधानी भोपाल स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में भाजपा की सदस्यता ले ली।

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इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महापौर सूरी के मन में क्षेत्र के विकास की लगातार चाह है। आज उन्होंने फिर से अपने परिवार में आमद दे दी है। उन्होंने भाजपा में शामिल हो रहे सभी नेताओं का स्वागत किया। सीएम शिवराज ने ट्वीट कर लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी और विकास एक दूसरे के पर्याय है। प्रीति सूरी का भाजपा परिवार में पुन: स्वागत है, भाजपा सरकार गाँव-गाँव, शहर-शहर विकास कर रही है।

सूरी दो बार भाजपा से पार्षद भी रह चुकी हैं

पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि, सूरी दो बार भाजपा से पार्षद भी रह चुकी हैं। किन्हीं परिस्थितियों के कारण उन्होंने महापौर का चुनाव निर्दलीय लड़ा, लेकिन आज वे अपने परिवार में वापसी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है। कटनी में अगर विकास की एक ईंट भी लगी है, तो वो भाजपा सरकार में लगी है। महापौर और विकास एक दूसरे के पर्याय हैं, विकास कार्य में अब और प्रगति आएगी। इस अवसर पर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और पूर्व मंत्री संजय पाठक भी उपस्थित रहे।

प्रीति सूरी के बारे में…

2009 और 2014 में पार्षद बनी थीं। एमआईसी सदस्य भी रहीं। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जब प्रीति ने चुनाव लड़ा तो भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था। प्रीति सूरी ने रेत कारोबारी विनय दीक्षित की पत्नी ज्योति को टिकट दिया था। उन्हें पूर्व मंत्री संजय पाठक का करीबी माना जाता है। जबकि यहां से भाजपा विधायक संदीप जायसवाल चाहते थे कि प्रीति को टिकट दिया जाए। पाठक ने दावा भी किया था कि ज्योति दीक्षित 51 हजार वोटों से जीतेंगी, लेकिन प्रीति ने उन्हें 5 हजार वोटों से हरा दिया था। कटनी में 45 वार्डों में से 27 पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। 15 पर कांग्रेस का कब्जा था।