भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में हुई आगजनी की घटना के 40 घंटे बीत जाने के बाद भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं। जहां सरकारी आंकड़ों में मृतक बच्चों की संख्या चार बताई जा रही है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुर्घटना में कम से कम 12 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है। वहीं घटना पर राष्ट्रीय बाल आयोग ने मप्र सरकार को नोटिस भेजा है।
आयोग ने मप्र के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर जांच के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही आयोग ने सरकार से अस्पताल के फायर सेफ्टी ऑडिट की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है। आयोग ने सरकार से इस अस्पताल का आखिरी फायर सेफ्टी ऑडिट की जानकारी मांगी है।
पूरे मामले में कांग्रेस सरकार पर हमलावर
घटना के बाद कांग्रेस ने पूरे मामले पर सरकार को घेरने की कोशिश की है। सोमवार को पूर्व सीएम कमलनाथ के पहुंचने के बाद शाम को जिला कांग्रेस कार्यालय से घटना में मृत बच्चों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला। इससे पहले शाम को रोशनपुरा चौराहे पर ही बच्चों को श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेस ने घटना को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जजों की 3 सदस्यीय समिति से करवाने की मांग की है। साथ ही मृत बच्चों के परिजनों को 50- 50 लाख रुपए और घायल बच्चों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग भी कांग्रेस ने की है।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने चार बच्चों की मौत की पुष्टि करते हुए परिवारवालों को 4-4 लाख रुपए की सहायता देने की बात कही है। वहीं मंगलवार शाम मामले की गंभीरता को देखते हुए सारंग के बंगले की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई।