Bhopal news : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मप्र और छत्तीसगढ़ निदेशालय की एन.सी.सी. की टीम द्वारा राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन को गर्व की बात बताया है। उन्होंने दिल्ली से लौटे एन.सी.सी. कैडेट्स के कन्टिन्जेन्ट और परेड में सहभागी सभी सदस्यों का अभिनंदन किया। राज्यपाल ने विभिन्न केटेगरी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली एन.सी.सी. कैडेट सुश्री ख़ुशी महावर, सुश्री आयुषी तिवारी और सुश्री इशिका गुर्जर को मेडल, प्रशस्ति-पत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की। राज्यपाल ने कैडेट्स को प्रशिक्षण देकर मार्ग प्रशस्त करने वाले सैन्य अधिकारियों, जवानों और एन.सी.सी. के अंशकालीन अफसरों को भी बधाई दी। राज्यपाल राजभवन परिसर के सांदीपनि सभागार में “एन.सी.सी. एट होम” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

सुप्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय वक्ता बीके शिवानी दीदी का आगमन आज

राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पण, त्याग, अनुशासन में रहते हुए एकता की भावना का विकास करना ही एन.सी.सी. का मूल उद्देश्य है। एन.सी.सी. सिर्फ ट्रेनिंग नहीं है, यह मानवीय संवेदनाओं और राष्ट्र के प्रति समर्पित नागरिकों के निर्माण का प्रकल्प है। एन.सी.सी. की साहसिक, विषम परिस्थितियों, चुनौतियों का डट कर सामना करने की गतिविधियाँ और देश की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर, सद्भाव एवं भाई-चारे के कार्यक्रम राष्ट्र-सेवा के भाव को मज़बूत करते हैं।

मतदाता जागरूकता प्रयासों में भी सहयोग के लिए आगे आएँ

राज्यपाल पटेल ने कहा कि एन.सी.सी. द्वारा सामाजिक सरोकार, समाज-सेवा और जन-जागरूकता के विभिन्न कार्यक्रम किए जाते हैं। उन्होंने आहवान किया कि एन.सी.सी. कैडेट्स मतदाता जागरूकता प्रयासों में भी सहयोग के लिए आगे आएँ। राज्यपाल ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए कड़ी मेहनत और कर्त्तव्यनिष्ठा का कोई पर्याय नहीं है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में भी इसी जोश से नए लक्ष्यों को प्राप्त कर देश एवं प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। युवा ही भारत की आजादी के 100वें वर्ष तक देश की विकास यात्रा को आगे बढ़ायेंगे।

सशक्त, समृद्ध और समर्थ भारत के लिए जरूरी है देश का हर बच्चा एनसीसी कैडेट हो

राज्यपाल पटेल ने कहा कि सशक्त, समृद्ध और समर्थ भारत निर्माण के लिए जरूरी है कि देश का हर बच्चा एनसीसी कैडेट हो। एन.सी.सी. में राष्ट्र और समाज के प्रति निस्वार्थ सेवा और संकल्प के आपको जो संस्कार मिले हैं, उनके ब्रांड एम्बेसेडर के रूप में समाज में अपनी पहचान बनायें। स्वयं के उदाहरण से समुदाय को उनके बच्चों को विशेषकर बालिकाओं को एन.सी.सी. में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। राज्यपाल ने समस्त एन.सी.सी. कैडेट्स को सुनहरे एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।