भोपाल। भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की एक क्लर्क के साथ ऑन लाइन लेपटॉप खरीदी के नाम पर 4 लाख 81 हजार रूपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने उन्हें लेपटॉप खरीदी पर ऑफर में आई फोन दिए जाने का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। सायबर सेल ने फरियादिया की शिकायत पर अज्ञात मोबाइल धारक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
एसआई भारत प्रजापति ने बताया कि कोटरा सुल्तानाबाद कमला नगर निवासी मंजूशा सिन्हा पति स्व. संजीव सिन्हा(52) भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के अकाउंट सेक्सन में एक क्लर्क हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि गत 21 नवंबर 2022 को उन्होंने अपनी बेटी के लिए ऑन लाइन लेपटॉप खरीदने के लिए गूगल पर सर्च किया था। इस पर उन्हें बिग बाजार प्रो डॉट कॉल की ओर से एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बिग बाजार का कर्मचारी बताते हुए उन्हें ऑन लाइन लेपटॉप खरीदी पर ऑफर के तौर पर एक आईफोन फ्री मिलने की बात कही। इस पर उन्होंने लेपटॉप खरीदी के लिए अपनी रजामंदी दे दी।
इसके बाद जालसाज ने तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों ने उन्हें कॉल कर पहले 599 का कूपन लेकर रजिस्ट्रेशन कराने को कहा। इसके बाद आरोपी ने जीएसटी, रिफंड टैक्स समेत प्रक्रिया को पूरा करने के नाम पर 4 लाख 81 हजार 597 रूपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद आरोपी ने न तो लेपटॉप भेजा और न ही ऑफर के तौर पर फ्री मिलने वाला आईफोन दिया। ठगी का अंदेशा होने पर फरियादिया ने सायबर सेल में लिखित शिकायत की थी। जिसकी जांच के बाद आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
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एडमिशन दिलाने के नाम पर सवा लाख रूपए की धोखाधड़ी
भोपाल। आरकेडीएफ कॉलेज में एडमिशन फीस जमा करने के नाम पर एक छात्र के साथ सवा लाख रूपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को नर्सिंग कॉलेज का कर्मचारी बताकर छात्र को भरोसे में लिया और फिर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने छात्र की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है।
एसआई शिवराज सिंह ने बताया कि हरवंश कॉलोनी मिसरोद निवासी आफताव पठान(28) ने पिछले साल आरकेडीएफ नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए एप्लाई किया था। इस दौरान उसकी जान-पहचान नर्मदापुरम निवासी बलराम शाह से हुई थी। बलराम ने आफताव को बताया था कि वह नर्सिंग कॉलेज में बतौर कर्मचारी काम करता है। इस पर छात्र ने उसे एडमिशन के वक्त जमा होने वाले कॉलेज फीस जमा करने की बात कही तो बलराम ने उसे फीस जमा करने का भरोसा दिलाया।
गत 23 सितंबर 2022 को छात्र ने अपने मोबाइल के फोन-पे एप के माध्यम से बलराम को 1 लाख 20 हजार रूपए ट्रांसफर कर कॉलेज में जमा करने को दिए थे। लेकिन बलराम ने फीस जमा नहीं की। छात्र ने जब उससे फीस जमा करने को कहा तो वह टाल मटोल करने लगा। इसके बाद आरोपी ने अपने दोनों मोबाइल नंबर बंद कर लिए। तंग आकर छात्र ने सायबर सेल में लिखित शिकायत की थी। जिसकी जांच के बाद पुलिस ने आरोपी बलराम शाह के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
CONCLUSION
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