Madhav National Park
Madhav National Park

Shivpuri News: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क में 27 साल बाद एक बार फिर से टाइगर की दहाड़ सुनाई देगी। यहां के माधव नेशनल पार्क में टाइगर छोडे जाएंगें। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में बाघों को शिफ्ट किए जाने की तारीख का खुलासा कर दिया है।

ग्वालियर दौरे पर पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 10 मार्च को प्रोग्राम फाइनल है। सीएम शिवराज सिंह चौहान और हम दोनों आएंगे और 12 बजे तक पहुंच जाएंगे। शिवपुरी के लिए बहुत ऐतिहासिक दिन होगा। माधव नेशनल पार्क में 1990- 91 तक यहां काफी संख्या में टाइगर हुआ करते थे, लेकिन अंतिम बार 1996 में यहां टाइगर देखा गया था।

पांच बाघों को बसाए जाने की योजना है-

अब माधव नेशनल पार्क एक बार फिर से बाघों से आबाद होने जा रहा है। टाइगर प्रोजेक्ट के तहत यहां कुल पांच बाघों को बसाए जाने की योजना है। पहले चरण में यहां तीन बाघों को शिफ्ट किया जाएगा। इसमें पन्ना, बांधवगढ़ से एक-एक मादा टाइगर और भोपाल से एक नर टाइगर को शिफ्ट किया जाएगा।

माधव नेशनल पार्क में पहले चरण में आने वाले तीनों टाइगरों को फ्री रेंज में रखा जाएगा। यानी यहां टाइगरों को पिंजरे में कैद करके ना रखते हुए पार्क में उनके लिए बनाए गए बाड़े में खुले में रखा जाएगा। यहां इन टाइगरों को लेकर अध्ययन भी किया जाएगा कि वह यहां किस तरह से रहते हैं और खुद को कैसे इस नए वातावरण में अनुकूल करते हैं। हालांकि माधव नेशनल पार्क टाइगर सहित अन्य वन्य प्राणियों का प्राकृतिक घर है। लेकिन लगातार शिकार के चलते एक समय बाद यहां बाघों की संख्या खत्म हो गई थी।

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मृत्युभोज में खाना खाने से 180 लोग बीमार

आगर मालवा। मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के लटूरी गांव में मृत्युभोज में शामिल ग्रामीण फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। 180 से अधिक ग्रामीणों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई। जानकारी मिलते ही एसडीएम, सीएमएचओ सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जहां सभी का इलाज किया जा रहा है।

खबरों के मुताबिक, जिले नलखेड़ा क्षेत्र स्थित ग्राम लटूरी गेहलोत में मृत्यु भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। खाना खाने के बाद 180 से अधिक ग्रामीण फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। सभी लोगों को उल्टी और दस्त की समस्या हुई।