भोपाल। पलाश होटल के पास बनाई जा रही स्मार्ट सिटी की 14 मंजिला इमारत की दीवार गिरने से वहां खड़ी कार क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत यह रही कि दीवार गिरने के दो मिनट पहले ही उसमें सवार चालक नीचे उतर गया था। यदि यह मलबा तब गिरता तो चालक की जान जा सकती थी।
पलाश मार्केट व्यापारी संघ के उपाध्यक्ष आलोक साराभाई ने बताया कि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट का जिम्मा संविदा कर्मचारियों को सौंपा था, जिन्होंने ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के चक्कर में इमारत की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया। नतीजन अब कभी इमारत की दीवार गिर रही है तो कभी छज्जा। जबकि अभी इमारत निर्माणाधीन है, फिर भी इसकी दीवारों में दरारें आ गई हैं। इस घटना के बाद व्यापारियों ने स्मार्ट सिटी कंपनी के खिलाफ टीटी नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
बता दें कि पलाश मार्केट के पास शासकीय कर्मचारियों के लिए गर्वनमेंट हाउसिंग फेस वन नाम से 14 मंजिला आवासीय इमारत का निर्माण किया जा रहा है। इसके सामने ही पलाश मार्केट है, जहां अधिकतर मैकेनिकों की दुकानें हैं। दिनभर यहां दो और चार पहिया वाहन सुधरने के लिए आते हैं। अन्य दिनों की तरह शुक्रवार को भी यहां गाड़ियों को सुधारने का काम किया जा रहा था।
इस दौरान इमारत की 14 वीं मंजिल में स्थित निर्माणाधीन फ्लैट की दीवार गिर गया। इसका मलबा नीचे खड़ी कार पर गिरा तो उसके कांच फूट गए और चिपक गई। घटना के दो मनिट पहले ही कार यहां पार्क की गई थी। लेकिन संयोग अच्छा था कि चालक नीचे उतरकर दूर जा चुका था। यहां के रहवासियों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का काम पूर्व में इंजीनियर अमित शर्मा और चंद्रमणि मिश्रा को सौंपा गया था। दोनो की यहां संविदा नियुक्ति थी। अब वो स्मार्ट सिटी को छोड़कर जा चुके हैं।
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इनका कहना
टीएनसीपी के नियमानुसार किसी प्राकृतिक नाले से सात मीटर के अंदर निर्माण कार्य प्रतिबंधित है। इसके बावजूद गुजरात की निर्माण एजेंसी द्वारा नाले के ऊपर बहुमंजिला ईमारत बनाई गई। आठ फीट के प्राकृतिक नाले को बंद कर इसे दो फीट के नाले में डायवर्ट किया गया है। जिससे इमारत का बेस कमजोर है। भविष्य में बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
त्रिभुवन मिश्रा, अध्यक्ष पलाश मार्केट व्यापारी संघ-
इमारत की दीवार नहीं गिरी है। बल्कि इमारत के निर्माण के दौरान उसमें लगाई गइ्र सेफ्टी नेट में कुछ मलबा कई दिनों से भरा हुआ था। लेकिन नेट का एक छोर गिरने से उसमें भरा मलबा नीचे गिर गया। इस इमारत का निर्माण 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। वर्तमान में काम बंद है। इस घटना के बाद स्मार्ट सिटी से संबंधित ठेकेदार को नोटिस भेजा है।
गौरव बैनल, सीइओ स्मार्ट सिटी