भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जी-20 के कृषि समूह की बैठक में विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधियों का प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में नीला गेहूँ, शुगर फ्री आलू और बीज बैंक के रूप में हुए नवाचारों ने ध्यान आकर्षित किया है। हमारे किसानों द्वारा की गई यह पहल प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। इंदौर में जी-20 देशों के कृषि समूह की बैठक जारी है, जिसमें 30 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
बैठक में शामिल होने के लिए देश के स्वच्छतम शहर इंदौर आये अतिथियों का भारतीय परम्परा के अनुसार स्वागत-सत्कार किया गया। हेरीटेज वॉक में अतिथियों ने हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सराहा है। मुख्यमंत्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौधे लगाने के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।
नीले रंग के गेहूँ का उत्पादन भी प्रदेश में शुरू हुआ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश गेहूँ निर्यात में पूरे देश में प्रथम है। साथ ही काले गेहूँ के निर्यात के बाद अब नीले रंग के गेहूँ का उत्पादन भी प्रदेश में शुरू हुआ है। बेकरी उत्पादों में काम आने वाले नीले गेहूँ की माँग दूसरे देशों से भी आ रही है, इसका पेटेंट भी करा लिया गया है। सिमरौल की सुश्री निशा पाटीदार ने विशेष प्रकार के शुगर फ्री आलू का उत्पादन आरंभ किया है। विलुप्त हो चुके मोटे अनाजों का बीज बैंक विकसित करने वाली डिण्डौरी की लाहरी बाई ने भी जी-20 सम्मेलन में अपना स्टॉल लगाया है। श्री अन्न का यह बीज बैंक विदेशों से आए प्रतिनिधियों के आकर्षण का केन्द्र बन गया है। प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में नवाचार जारी हैं, इसमें भी हम रिकॉर्ड बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने स्व. श्रीमती सुषमा स्वराज की जयंती पर किया नमन
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. श्रीमती सुषमा स्वराज की जयंती पर नमन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने निवास कार्यालय के सभागार में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। श्रीमती स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अम्बाला केंट में हुआ था। वे सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व अधिवक्ता थी। संसद सदस्य के रूप में वे 7 बार और विधानसभा सदस्य के रूप में 3 बार चुनी गई। मध्यप्रदेश के विदिशा-रायसेन संसदीय क्षेत्र से भी वे संसद सदस्य रही है। उन्होंने 13 अक्टूबर 1998 से दिल्ली के 5वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। साथ ही प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में सूचना एवं प्रसारण और संसदीय मामलों की मंत्री रही। वर्ष 2009 से 2014 के लोकसभा कार्यकाल में वे विपक्ष की नेता भी रही। श्रीमती स्वराज वर्ष 2014 से 2019 के कार्यकाल में भारत की पहली महिला विदेश मंत्री बनी। वे विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक निकायों से जुड़ी रही। केन्द्र सरकार ने मरणोपरांत उन्हें पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया। उनका निधन 6 अगस्त 2019 को हुआ।