MP Human Rights Commission
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भोपाल। बीपीएल राशन कार्ड बनाने के लिए एक गर्भवती महिला के परेशान होने और एसडीएम कार्यालयों में रोजाना बड़ी संख्या में आवेदन पहुंचने के मामले में मप्र मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। मामले में आयोग ने कलेक्टर को  प्रकरण की जांच कराने और पीड़ित महिला के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

साथ ही यह भी पूछा है कि गर्भवती महिला को इसके लिए कार्यालय आने की आवश्यकता बार-बार क्यों पड़ रही है ? क्या संबंधित अधिकारी के जरिए उसे बीपीएल राशन कार्ड बनाये जाने के संबंध में जानकारी स्टेटस के संदर्भ में मोबाइल या अन्यथा दिए जानेे की कोई व्यवस्था संभव नहीं है ?आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, भोपाल शहर में बीपीएल राशन कार्ड बनाने के लिये एक साल पहले सर्वे हुआ था। स्टेटस अभी भी पेंडिंग बता रहा है।

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आयोग ने मांगा शासन से जवाब :

आयोग के संज्ञान में आया है कि मप्र में कुल 84,465 आंगनवाड़ियां हैं, इनमें से 24,434 भवनविहीन हैं। कई आंगनवाड़ियां सीलन और बदबू से भरे भवनों में चल रही हैं। मामले में आयोग ने प्रमुख सचिव, मप्र शासन, महिला एवं बाल विकास विभाग से किराए के भवनों में संचालित हो रहे आंगनवाड़ी केन्द्रों का मासिक किराया युक्तियुक्त रूप से नियत करने के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि राज्य शासन यह तय करे कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों/महिलाओं को स्वच्छ एवं शुद्ध वातावरण में उनके सभी हितलाभ प्राप्ति का अवसर अवश्य मिले।

आठ माह से वेतन नहीं मिला –

आठ महीने से वेतन न मिलने के कारण पीडब्ल्यूडी में विलय हो चुके भोपाल के सीपीए कर्मचारियों को अपना परिवार पालना मुश्किल हो रहा है। वह अपने बच्चों की फ ीस नहीं भर पा रहे हैं और न ही अपना राशन पानी खरीद पा रहे हैं। मामले में आयोग ने मुख्य अभियंता, लोक निमाज़्ण विभाग, मप्र भोपाल से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

बुजुर्ग को कुत्तों ने नोंच-नोंच कर खाया –

विदिशा जिले के लटेरी में शासकीय कार्यालय के पास बनी एक गौशाला में बीत रोज एक बुजुर्ग की मौत हो गई। जब मृतक के शव से बदबू आने लगी, तो लोगों ने जाकर देखा कि मृतक नीचे पड़ा है और शव को कुत्ते खा रहे थे। मामले में आयोग ने एसपी से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। साथ ही यह भी पूछा है कि मर्ग प्रकरण पंजीबद्ध कर मृतक का शव परीक्षण क्यों नहीं कराया गया ? क्या मृत्यु असमान परिस्थिति में नहीं हुई थी ? स्पष्ट प्रतिवेदन दें।

शिक्षक ने स्कूली छात्राओं की ड्रेस उतरवाकर कराया डांस –

जबलपुर शहर के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक द्वारा कक्षा पांचवीं की छात्राओं के कपड़े निकलवाकर उनसे से डांस करानेे का मामला सामने आया है। छात्राओं ने मना किया तो शिक्षक ने उन्हें धमकी भी दी। घटना से छात्राएं सदमें में हैं। मामले में आयोग ने एसपी को निर्देश दिए हैं कि वह प्रकरण की जांच कराकर आरोपी शिक्षक के विरूद्ध मामला कायम कर उस पर अब तक की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन भी आयोग को भेजें।