छतरपुर। पालतू कुत्ते से बिछुड़ने मात्र की कल्पना से युवक ने फांसी लगाकर आल्महत्या कर ली। पालतू कुत्ते से प्यार का  यह मामला छतरपुर में सामने आया है, जिसमें कुत्ते को घर से भगाने की कल्पना से ही युवक ने फांसी लगा ली। हुआ यूं कि युवक की मां ने कुत्ते को घर से भगा देने को कहा था लेकिन युवक ने कुत्ते को घर से निकालने के बजाए कुत्ते के साथ अपनी जीवन लीला ही समाप्त करने की ठान ली।

इसमें कुत्ता तो बच गया, लेकिन युवक की मौत हो गई। बताते हैं कि युवक ने फंदा भी डॉगी की जंजीर से ही बनाया। मां को बेटे की खुदकुशी का तब पता चला, जब डॉगी जोर-जोर से भौंकने लगा। दरअसल कुत्ते ने युवक की मां को काट लिया था, इसलिए वह उसे घर में रखना नहीं चाहती थी।

घटना छतरपुर के विश्वनाथ कॉलोनी की है

छतरपुर के विश्वनाथ कॉलोनी में रहने वाला 38 साल के कमलेश का शव मंगलवार को फंदे से लटका मिला। वह अपनी मां 65 वर्षीय शांति मसीही और अपने डॉगी के साथ रहता था। एक दिन डॉगी ने मां के हाथ में काट लिया था। इसके बाद उन्होंने बेटे से कहा कि अब यह कुत्ता हमें ही काटने लगा है इसलिए उसे घर से भगा दो।

इस पर मां ने बेटे से कहा कि मां खुद मर जाऊंगा पर डॉगी को न मारूंगा और न ही भगाऊंगा। जब मां ने डांटा तो बेटा गुस्से में बाहर चला गया। मां ने बताया कि बेटा गुस्से में बाहर चला गया। इसके बाद कुत्ते की भौंकने की आवाजें आने लगीं। जब बाहर गई तो बेटा फंदे पर लटका था। लोगों ने कहा कि कमलेश ने फंदे से डॉगी की जंजीर को भी बांध दिया था।