नागपुर । भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला धमाकेदार अंदाज में आगे बढ़ रहा है। नागपुर टेस्ट में 4 मैचों बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और भारत के स्पिनर आक्रमण के आगे महज 177 रन पर पहली पारी में सिमट गए। चोट से वापसी कर रहे रवींद्र जडेजा ने 5 विकेट चटकाए तो वहीं आर अश्विन ने 3 बल्लेबाजों को आउट किया।
पिच को लेकर हो रहा था बवाल
नागपुर टेस्ट पर पूरी दुनिया की नजर है। ऑस्ट्रेलिया मीडिया ने इस मुकाबले से शुरू होने से पहले यहां की पिच को लेकर इतना बवाल काटा कि हर जगह इसकी बातें शुरू हो गई। मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी महज 177 रन पर सिमट गई और भारतीय स्पिनरों ने 8 विकेट चटकाए लेकिन पिच में वैसा कोई भूत नजर नहीं आया। ऑस्ट्रेलिया की मीडिया ने पिच के टर्न की बात जो कही थी वो सरासर झूठी साबित हुई।
पठान ने उजागर किए आंकड़े
पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की पारी सिमटने के बाद जब भारत की ओपनिंग जोड़ी बल्लेबाजी कर रही थी तब पूर्व भारतीय ऑलआउंडर इरफान पठान ने बेहद अहम आंकड़े दिखाए। उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया की मीडिया को बढ़ा चढ़ा कर बोलने की आदत है, उसमें भी वो हमेशा ही नेगेटिव चीजों पर ही ध्यान देती है। नागपुर की इस पिच में वैसा कोई खास स्पिनर नहीं था जिसको लेकर हौवा बनाया गया। पिछले दिनों जितने भी टेस्ट मैच खेले गए है उसमें से सबसे कम टर्न इसी पिच पर है। आंकड़ों पर ध्यान दें तो न्यूजीलैंड. श्रीलंका और पाकिस्तान तक में टर्न इससे ज्यादा है। भारतीय गेंदबाजों को उनकी शानदार गेंदबाजी और मेहनत की वजह से विकेट मिले हैं।
भारत के लिए होगी मुश्किल
इरफान पठान ने पिच की बात करते हुए कहा, देखिए यहां पर भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीम के लिए एक जैसी पिच होने वाली है। भारतीय टीम के लिए तो यह और भी ज्यादा मुश्किल पिच साबित होने वाली है क्योंकि यहां भारत को आखिरी पारी में बल्लेबाजी करने के लिए उतरना पड़ेगा तो एक तरह से भारत ने अपने लिए यहां ज्यादा मुश्किल खड़ी कर ली है।
ऐसे मुश्किल से बाहर आ सकता है भारत
चौथी पारी में बल्लेबाजी अगर मुश्किल होती है तो यह भारतीय टीम को परेशानी में डाल सकती है। इसके लिए भारतीय टीम को अपनी पहली पारी में ज्यादा से ज्यादा रन बनाकर ऑस्ट््रेलिया पर बढ़त हासिल करना होगी। ऑस्ट््रेलिया जब तीसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरे तो उसे जल्द से जल्द समेटना होगा। यदि भारतीय टीम को चौथी पारी में बल्लेबाजी करना भी पड़ती है तो उसे कम से कम रनों का लक्ष्य हासिल करना होगा।