11वीं सीनियर राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप का खिताब जीतने की खुशी मनाती पंजाब की हॉकी टीम।

पुणे। उत्तर प्रदेश को हराकर पंजाब राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप का नया विजेता बन गया है। पुणे के पिंपरी चिंचवड में आयोजित हुई 11वीं राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप का खिताबी मुकाबला मंगलवार को पंजाब और उत्तर प्रदेश के बीच खेला गया। दोनों ही टीमों के बीच फाइनल जोरदार खेला गया फुल टाइम तक दोनों ही टीमों की ओर से कोई भी खिलाड़ी गेंद को गोलपोस्ट के अंदर नहीं पहुंचा सका।

इसके बाद निर्णय निकालने के लिए शूटआउट का सहारा लिया गया, जिसमें पंजाब के गोलकीपर कर्मवीर सिंह की बेहतरीन गोलकीपिंग की बदौलत पंजाब ने यह खिताब अपने नाम कर लिया। शूटआउट में पंजाब ने 2-1 से जीत हासिल की। दोनों ही टीमों को पांच-पांच बार गेंद को गोल पोस्ट में डालने का मौका मिला, जिसमें पंजाब के गोलकीपर करमवीर सिंह ने चार बार बचाव किया तो एक गोल खाया। वहीं उत्तर प्रदेश के गोलकीपर द्विवेदी ने तीन गोलों का बचाव किया, जबकि दो गोल खाए। इस तरह पंजाब की टीम शूटआउट में 2-1 से आगे रही और हॉकी इंडिया की ओर से आयोजित 11 वीं राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया।

तीसरे स्थान पर रही कर्नाटक की टीम

तीसरे और चौथे स्थान के लिए खेले गए मैच में कर्नाटक की टीम तीसरे स्थान पर रही कर्नाटक ने कांस्य पदक के मुकाबले में महाराष्ट्र को 5-2 से हराया।  खिताब जीतने वाली पंजाब के कोच बलविंदर सिंह ने कहा पूरे टूर्नामेंट में हमारे खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि हमारी टीम में 10 खिलाड़ी पहली बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेल रहे हैं, यह हमारे लिए बड़े ही गौरव की बात है। उन्होंने कहा टीम का नेतृत्व रूपिंदर पाल सिंह ने बेहतरीन तरीके से किया और गोलकीपर कर्मवीर सिंह ने भी पूरे टूर्नामेंट के दौरान बढ़िया खेल दिखाया, जिसकी वजह से आज हम खिताब जीत गए हैं।