सेंचुरियन । टेस्ट मैचों का माहौल बदल रहा है। टेस्ट मैचों में भी अब परिणाम सामने आने लगे हैं। हाल ही में वेलिंग्टन में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के मैच में राेमांच अपन चरम पर पहुंचा था, वहीं सेंचुरियन में गेंदबाजों को बोलबाला देखने को मिला और तीन दिन में ही 40 विकेट गिर गए। दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के मध्य खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन वेस्टइंडीज को 87 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
तीन दिनों तक जारी रहा विकेटों का पतझड़
28 फरवरी को दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला शुरू हुआ और पहले दिन से ही विकेटों का पतझड़ शुरू हुआ। खास तौर पर दूसरे और तीसरे दिन तो विकेटों का पतझड़ लग गया। पहले दिन सिर्फ 8 विकेट गिरे थे, जबकि दूसरे दिन 16 विकेट निपट लिए थे। तीसरे दिन भी यही हाल जारी रहा और फिर 16 विकेट धराशायी हो गए। सुपर स्पोर्ट पार्क की पिच में दोनों टीमों के पेसरों ने बल्लेबाजों को पस्त कर दिया। आखिरकार पहली पारी में एडन मार्करम का शतक और दूसरी पारी में 47 रन की उनकी पारी अंतर साबित हुई, जिसने मेजबान टीम को जीत दिलाई।
साउथ अफ्रीका का बुरा हाल
मैच के तीसरे दिन साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी सिर्फ 116 रनों पर ढेर हो गई। टीम के लिए ओपनर एडन मार्करम ने एक और अच्छी पारी खेली और सबसे ज्यादा 47 रन बनाए। उनके अलावा हालांकि कोई और बल्लेबाज योगदान नहीं दे सका। टीम के 8 बल्लेबाज दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच सके। अनुभवी पेसर केमार रोच (5 विकेट) ने अल्जारी जोसेफ (2 विकेट) और जेसन होल्डर (2 विकेट) की मदद से साउथ अफ्रीकी बैटिंग को ध्वस्त कर दिया। अगर नौवें और 10वें नंबर के बल्लेबाज कगिसो रबाडा और जेराल्ड कोएत्जिया 29 रन की साझेदारी नहीं करते तो स्कोर और भी कम होता। हालांकि टीम के पास पहली पारी में 130 रनों की बढ़त थी।
रबाडा ने निकाला वेस्टइंडीज का दम
ऐसे में वेस्टइंडीज के सामने जीत के लिए 247 रन का लक्ष्य था और सामने ढाई दिन का खेल बाकी था। हालांकि, जिस तरह से दोनों टीमों के पेसरों ने कहर बरपाया था, उससे ये अंदाजा तो हो गया था कि 2-3 सेशन में खेल खत्म हो जाएगा और यही हुआ। साउथ अफ्रीका के धुरंधर पेसर कगिसो रबाडा ने पारी के पहले ओवर में विकेट से लेकर 41वें ओवर में आखिरी विकेट लेने तक विंडीज बल्लेबाजों की नाक में दम कर दिया। रबाडा और मार्को यानसन ने मिलकर 33 रन तक ही 5 विकेट गिरा दिए थे।
वेस्टइंडीज के लिए जर्मेन ब्लैकवुड (79) ने एक काउंटर अटैकिंग पारी खेली, जिसमें निचले क्रम का थोड़ा साथ मिला लेकिन रबाडा, यानसन और एनरिक नॉर्त्जे से निपटना टेढ़ी खीर साबित हुआ और पूरी टीम सिर्फ 159 पर ढेर हो गई। रबाडा ने पारी में सबसे ज्यादा 6 विकेट चटकाए और टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई।