Viral Video : वीडियो देख मन में उठ रहा है सवाल, इसकी बारात आएगी या जाएगी

दूल्हा डोली में बैठकर 5 किलोमीटर दूर शादी रचाने जा पहुंचा

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ट्रेडिंग न्यूज । रेखा और फारूख शेख की एक फिल्म आई थी बीवी हो तो ऐसी। फिल्म में एक गाना था दुल्हे राजा देख दुल्हनियां डोली लाई है। इस गाने में रेखा फारूख शेख के घर बारात लेकर पहुंच जाती है। अब आप कहेंगे कि हम इस गाने और फिल्म के बारे में बात क्यों कर रहे हैं ? इसके साथ ही एक गाना और भी है, उठा ले जाऊंगा, तुझे में डोली में… यह गाना शादियों में हिट है। तो चलिए हम आपको बताए कि हम गाने क्यों याद दिला रहे हैं, उससे पहले आपको कुछ और भी बता दें हैं।

शादियों में कम हो गई है डोली की परंपरा

आजकल शादियों में डोली की परंपरा अब बहुत कम ही देखने को मिलती है। एक दौर था जब हिंदी सिनेमा से लेकर गांव-देहात में दुल्हन को डोली में विदा किया जाता था। लेकिन अब विदाई गाड़ी, हेलीकॉप्टर और बुल्डोजर तक में होती है!

वैसे भी शादी को यादगार बनाने के लिए लोग बहुत कुछ यूनिक करने की कोशिश करते हैं। लेकिन एक युवक ने डोली की परंपरा को जीवंत करने के लिए ऐसा काम किया कि उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। यह मामला उत्तर प्रदेश के बारंबकी का है। जहां दूल्हा डोली में बैठकर अपनी दुल्हनियां को लेने गया।

क्या है पूरा मामला?

रिपोर्ट के अनुसार, युवक ने कंधे पर डोली लेकर जाने वाली परंपरा को दोबारा से जीवंत करने का फैसला किया था, जिसे पूरा करने के लिए वह डोली में बैठकर अपने गांव से 5 किलोमीटर दूर शादी रचाने पहुंचा था। जब आसपास वालों को पता चला कि डोली में दूल्हा जा रहा है तो सड़क पर उसे देखने के लिए लोग इकट्ठा होने लगे।

कुछ लोगों ने तो दूल्हे के साथ सेल्फी भी लीं। और हां, दुल्हन की विदाई कार में नहीं, बल्कि डोली में ही कराई गई। जहां बहुत से यूजर दूल्हे की सराहना कर रहे हैं, तो कुछ लोगों को अपना जमाना याद आ गया। हालांकि, कई नौजवान इस पर हंस भी रहे हैं! व्हीं कुछ लोगों के मन में सवाल उठा गया कि इस नौजवान की बारात आएगी या जाएगी ?

इंटरनेट पर वायरल हुआ वीडियो

इस क्लिप को सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया जा रहा है। इसे ट्विटर पर अंकित गुप्ता नाम के यूजर ने पोस्ट किया और लिखा- बाराबंकी के सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र के खोखरपुर गांव में एक युवक ने डोली से दुल्हन को लाने की परंपरा को जीवंत करने का संकल्प लिया था। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए दूल्हा डोली में बैठकर 5 किलोमीटर दूर शादी रचाने जा पहुंचा।