नई दिल्ली। पाकिस्तानी प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आगे आखिरकार सरकार को झुकना ही पड़ा है। संघर्ष विराम के लिए इमरान सरकार ने टीटीपी से समझौता कर लिया है। बताया जा रहा है कि अब टीटीपी वहां के आम चुनावों में भी हिस्सा ले सकेगी।

समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी खोस्त प्रांत में दोनों पक्षों के बीच लगभग दो सप्ताह से चल रही ‘सीधी, आमने-सामने’ वार्ता के बाद सशर्त समझौता हो गया है। इसके तहत टीटीपी के कुछ आतंकवादियों की रिहाई होगी।

यह तुरंत स्पष्ट नहीं हुआ है कि पाकिस्तान की हिरासत में कितने आतंकवादियों को मुक्त होने दिया जाएगा, लेकिन सूत्रों ने कहा कि संख्या दो दर्जन से अधिक नहीं है। सूत्रों ने कहा कि ये पैदल सैनिक हैं, वरिष्ठ या मध्यम स्तर के कमांडर नहीं हैं। हम सतर्क हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह स्पष्ट नहीं है कि पाकिस्तान की ओर से कौन टीटीपी के साथ बातचीत कर रहा है।