वाशिंगटन। कुछ दिनों से अमेरिकी मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच ठीक नहीं चल रहा है। इसीलिए बाइडेन ने रणनीति के तहत अपने अधिनस्थ हैरिस को ऐसे टास्क दिए, जो काफी संवेदनशील हैं और जिनसे निपटना कमला हैरिस के लिए तलवार की धार पर चलने जैसा था।

बताया जा रहा है कि शरणार्थियों और मताधिकार के मुद्दे भी ऐसे ही कुछ संवेदनशील मुद्दे थे, जिन्हें बाइडेन की सफल चाल करार दिया गया। इन मुद्दों के कारण हैरिस की लोकप्रियता का ग्राफ गिरने लगा। पिछले हफ्ते ही एक पोल में हैरिस की अप्रूवल रेटिंग घटकर सिर्फ 28 प्रतिशत, जबकि बाइडेन की 38 प्रतिशत पर आ गई। अब खबरें सुनने में आ रहीं हैं कि हैरिस को व्हाइट हाउस के बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।

हैरिस को अपनी टीम से हटाएंगे बाइडेन
बाइडेन प्रशासन में कमला हैरिस काफी चर्चा में रहीं, क्योंकि वो न केवल पहली महिला बल्कि पहली अश्वेत उपराष्ट्रपति भी हैं। तब कहा जाता था कि हैरिस आज न कल अमेरिका की राष्ट्रपति बनेंगी। लेकिन, आज जब बाइडेन ने उन्हें अपनी टीम से विदा करने का मन बना लिया है तो वो इस बात को लेकर भी सतर्क हैं कि दुनिया में यह संदेश नहीं जाए कि उनकी हैरिस से कोई अनबन हुई है।  

बाइडेन ने चली कूटनीतिक चाल
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने ट्विटर पर उपराष्ट्रपति की तारीफ की है उन्होंने कहा कि हैरिस न केवल राष्ट्रपति बाइडेन की प्रमुख सहयोगी और सशक्त लीडर भी हैं। जिन्होंने देश की बड़ी चुनौतियों से निपटने में बाइडेन को सहायता की फिर चाहे वोटिंग राइट्स का मुद्दा हो या पलायन के कारणों की तह में जानेका। अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि अमेरिकी कांग्रेस में नए उपराष्ट्रपति के चयन की तैयारियां चल रही हैं। यह इस तरह का कार्य है जो कई वर्षों से नहीं हुआ था।