नई दिल्ली। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने एक बार फिर लोगों की नींद उड़ा दी है। ये तेजी से दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। ऐसे में इसे लेकर तरह-तरह की स्टडी भी सामने आने लगी है। बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन में डेल्टा के मुकाबले दोबारा संक्रमित करने की क्षमता ज्यादा है।

दक्षिण अफ्रीका में शोधकर्ताओं के एक दल ने कहा कि उन्हें कुछ सबूत मिले हैं कि जो लोग एक बार कोविड से संक्रमित हो गए थे, उनकी बीटा या डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट से दोबारा संक्रमित होने की संभावना अधिक है।

सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, शोध दल ने कहा कि अभी इतनी जल्दी निश्चित रूप से इस बारे में कुछ कहना तो जल्दबाजी होगी, मगर हाल ही में दूसरी बार के संक्रमण में वृद्धि ने उन्हें संकेत दिया है कि ओमिक्रॉन में लोगों को फिर से संक्रमित करने की अधिक संभावना है।

स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के जूलियट पुलियम ने कहा, “पिछले वैरिएंट के साथ हमारी अपेक्षाओं और अनुभव के विपरीत, अब हम पुन: संक्रमण के जोखिम में वृद्धि का अनुभव कर रहे हैं, जो हमारे पिछले अनुभव से अधिक है।”

ओमिक्रॉन की पहचान हाल ही में नवंबर महीने में की गई थी, लेकिन इसने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है, जिन्होंने इसके कई म्यूटेंट बनने के कारण इसे खतरनाक बताया है। इसके बारे में बताया जा रहा है कि यह अन्य वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक तो है ही, साथ ही इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने की क्षमता भी है। इसके बारे में संदेह जताया जा रहा है कि वैक्सीन की खुराक का भी इस पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। हालांकि कई विशेषज्ञ इस बात पर विश्वास नहीं जा रहे हैं और उनका कहना है कि वैक्सीन किसी भी वैरिएंट से कुछ सुरक्षा तो जरूर प्रदान करेगी।

पॉजिटिव टेस्ट वाले 27 लाख लोगों में से 35,670 संदिग्ध पुन: संक्रमित पाए गए।

एक प्रीप्रिंट में ऑनलाइन पोस्ट की गई अपनी रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने कहा है, “हमने कम से कम दो बार संक्रमित होने वाले 35,670 संदिग्ध मामलों की पहचान की (27 नवंबर 2021 तक), 332 व्यक्तियों में तीन बार संक्रमण और एक व्यक्ति में चार बार संदिग्ध संक्रमण की पुष्टि हुई है।”

उन्होंने कहा, “जिन व्यक्तियों में एक से अधिक पुन: संक्रमण हुआ है, उनमें से 47 (14.2 प्रतिशत) ने नवंबर 2021 में अपने तीसरे संक्रमण का अनुभव किया, जो बताता है कि कई तीसरे संक्रमण मामले ओमिक्रॉन वैरिएंट से जुड़े हैं।”