नई दिल्ली। म्यांमार की नोबेल पुरस्कार विजेता और लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की को 4 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। म्यांमार की कोर्ट ने उन्हें सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोरोना के नियम तोड़ने का दोषी माना गया है। बता दे कि म्यांमार में 1 फरवरी 2021 की रात सेना ने तख्तापलट करते हुए सू की को हाउस अरेस्ट कर लिया था। मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग हलिंग तब से देश के प्रधानमंत्री हैं।
म्यामांर में नवंबर 2020 में आम चुनाव हुए थे। इसमें सू की पार्टी ने दोनों सदनों में 396 सीटें जीती थीं। उनकी पार्टी ने लोअर हाउस की 330 में से 258 और अपर हाउस की 168 में से 138 सीटें जीतीं थी। इसके दो महीनों बाद ही म्यांमार में 1 फरवरी 2021 की रात सेना ने तख्तापलट करते हुए सू की को हाउस अरेस्ट कर लिया था।
आंग सान सू की ने कहा था कि 2023 में आपातकाल खत्म कर दिया जाएगा और आम चुनाव कराए जाएंगे। इसके बाद ही म्यांमार में 1 फरवरी 2021 की रात सेना ने तख्तापलट करते हुए सू की को हाउस अरेस्ट कर लिया था। तख्तापलट के बाद म्यांमार में काफी खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें 940 नागरिक मारे गए थे।