नई दिल्ली। मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बैंसेल का कहना है कि कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमीक्रोन कोविड-19 विरोधी टीके को भी मात दे सकता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा कोविड वैक्सीन, कोरोना वायरस के डेल्टा वायरस के खिलाफ जितना कारगर है, उतना ओमिक्रॉन पर नहीं रहेगी।

उधर, नया ओमीक्रोन वेरिएंट के मरीज नए-नए देशों में मिल रहे हैं। इस सूची में जुड़ने वाले दो नए देशों के नाम फ्रांस और जापान हैं। इस वेरिएंट को लेकर और क्या बड़े नई जानकारी हैं, आइए जानते हैं…

मॉडर्ना के सीईओ के बयान से दुनिया में मचा हड़कंप
मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बैंसेल ने ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर बड़े खतरे की आशंका जताई है। स्टीफन बैंसेल ने कहा कि इस वेरिएंट के कारण अस्पताल में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन को लेकर मिल रही वैज्ञानिक जानकारियां काफी चिंताजनक हैं।

बैंसले ने कहा कि हमें जल्दबाजी में किसी नतीजे पर नही पहुंचना चाहिए। अभी हमें और भी डेटा का इंतजार करना चाहिए है। मैंने जितने भी साइंटिस्ट्स से बात की है उन्होंने कहा है कि महामारी के लिहाज से यह अच्छा संकेत नहीं है। बैंसेल ने और ज्यादा संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की आशंका जताई है।

उन्होंने कहा है कि लोगों को काफी समय तक महामारी का सामना करना पड़ सकता है। इससे पहले भी बैंसेल ने कहा था कि नए वेरिएंट के खिलाफ नई वैक्सीन बनकर आने में भी महीनों का वक्त लग सकता है।

बाकी वैक्सीन का क्या?
हाल ही में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका में जिन लोगों को ओमीक्रोन का संक्रमण हुआ, उनमें कुछ ने जॉनसन एंड जॉनसन कुछ ने फाइजर-बायोएनटेक और कुछ ने ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका (कोविशील्ड) वैक्सीन की डोज ले रखी थी। यानी, ओमीक्रोन ने इन तीनों टीकों को भेदने में सफल रहा है।

तो क्या मान लिया जाए कि ओमीक्रोन के सामने वैक्सीन का कोई महत्व नहीं रह गया है? उन्होंने माना कि यह सच है कि ओमीक्रोन, वैक्सीन के व्यूह को भेदने में सफल हो रहा है, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि वैक्सीन बिल्कुल अनुपयोगी हो गया है।

भारत बायोटेक भी टीके की जांच में लगी
बैंसेल के इस बयान के बाद कोवैक्सिन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कहा कि वह इस बात की स्टडी कर रही है कि उसका टीका ओमीक्रोन वेरिएंट पर कितना असरदार रहेगा। भारत बायोटेक कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हमारी वैक्सीन वुहान में मिले मूल वेरिएंट पर आधारित है। अभी तक यह बाकी वेरिएंट के मामले में काफी असरदार रही है। नए वेरिएंट पर भी हम इसको परख रहे हैं।